भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 2014 में हुई थी, जिसका उद्देश्य था देशभर में स्वच्छता, सफाई और कचरा प्रबंधन को सुधारना। इस मिशन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है हर साल होने वाला स्वच्छ सर्वेक्षण, जो देश के शहरों को साफ-सफाई के आधार पर रैंक करता है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2025: इस बार कौन निकला सबसे आगे?
स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 के नतीजे आ चुके हैं और इस बार भी मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य शीर्ष पर बने हुए हैं।
यह सर्वेक्षण कई मापदंडों पर आधारित होता है, जैसे:
- कचरा प्रबंधन
- सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति
- नागरिकों की प्रतिक्रिया
- सफाई को लेकर नवाचार
टॉप 10 सबसे साफ भारतीय शहर (Swachh Survekshan 2025 के अनुसार):
रैंक | शहर का नाम | राज्य |
---|---|---|
1 | इंदौर | मध्य प्रदेश |
2 | सूरत | गुजरात |
3 | नवी मुंबई | महाराष्ट्र |
4 | विशाखापत्तनम | आंध्र प्रदेश |
5 | भोपाल | मध्य प्रदेश |
6 | विजयवाड़ा | आंध्र प्रदेश |
7 | अहमदाबाद | गुजरात |
8 | राजकोट | गुजरात |
9 | चेन्नई | तमिलनाडु |
10 | पुणे | महाराष्ट्र |
किस राज्य ने मारी बाज़ी?
इन शहरों की लिस्ट से साफ जाहिर है कि कुछ राज्य स्वच्छता के लिए लगातार निवेश और मेहनत कर रहे हैं:
- 🟢 मध्य प्रदेश – इंदौर और भोपाल दोनों टॉप 5 में
- 🟡 गुजरात – सूरत, अहमदाबाद और राजकोट टॉप 10 में
- 🔵 महाराष्ट्र – नवी मुंबई और पुणे जैसे शहर शामिल
- 🟠 आंध्र प्रदेश – दोनों तटीय शहर विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा ने भी बाज़ी मारी
- 🟣 तमिलनाडु – चेन्नई ने भी स्वच्छता के मामले में अपनी जगह बनाई
क्यों ज़रूरी है स्वच्छ सर्वेक्षण?
- शहरी विकास का पैमाना
- नागरिक सहभागिता बढ़ती है
- नगरपालिकाओं के लिए प्रेरणा स्रोत
- स्वास्थ्य और पर्यटन को भी बढ़ावा
स्वच्छ भारत की ओर एक मजबूत कदम
भारत के ये टॉप 10 शहर न सिर्फ सफाई में आगे हैं, बल्कि वे बाकी शहरों के लिए प्रेरणा भी बन चुके हैं। यदि आपका शहर इस लिस्ट में नहीं है, तो स्थानीय निकायों को और मेहनत करनी होगी ताकि अगली बार वो भी टॉप पर आ सकें।