Google ने भारत में AI Mode का शानदार आगाज़ किया है। यह फीचर पारंपरिक सर्च इंजन की परिभाषा को बदल देता है — अब सर्च सिर्फ कीवर्ड्स तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आप नेचुरल, कॉन्वर्सेशनल और गहराई वाले सवालों से भी सटीक जवाब पा सकेंगे।
Gemini 2.5 से पावर्ड है AI Mode
AI Mode की रीढ़ है Google का कस्टम Gemini 2.5 मॉडल, जिसे खास तौर पर सर्च एक्सपीरियंस के लिए तैयार किया गया है। इसका मकसद सिर्फ फैक्ट देना नहीं, बल्कि कॉंटेक्स्ट समझकर, डेटा को जोड़कर और इनसाइट्स देकर गहराई से जवाब देना है।
क्लासिक सर्च से आगे: अब पूछें जटिल सवाल
AI Mode आपको एक साथ कई पहलुओं वाले सवाल पूछने की छूट देता है। उदाहरण के लिए:
“भारत में अगले 5 साल में ईवी इंडस्ट्री की ग्रोथ, सरकार की नीतियों और स्टार्टअप्स के रोल को समझाएं।”
ऐसा सवाल पुराने सर्च में 3-4 बार पूछना पड़ता। अब AI Mode खुद सवाल को टुकड़ों में बांटकर, हर टॉपिक पर गहराई से खोज करता है। इसे कहते हैं Query Fan-Out Technique — जो बिल्कुल इंसानों की तरह शोध करने जैसा है।
Real-Time और वेरिफाइड जानकारी तक एक्सेस
Google के Knowledge Graph, न्यूज़, और शॉपिंग डेटा से AI Mode लेता है रियल-टाइम डेटा। मतलब अब आप पा सकते हैं:
- ताज़ा मौसम
- मार्केट ट्रेंड्स
- प्रोडक्ट कम्पेरिज़न
- स्टॉक अपडेट्स
- सरकारी योजनाओं की लेटेस्ट स्थिति
ई-कॉमर्स के लिए Game-Changer
AI Mode अब शॉपिंग के सवालों में भी एक्सपर्ट बन गया है। पूछिए:
“20 हजार में सबसे अच्छा 5G फोन जिसमें 5000mAh बैटरी और AMOLED डिस्प्ले हो”
…और यह आपको देगा कई वेबसाइट्स से एकीकृत जानकारी, बिना आपको अलग-अलग साइट्स खोलने की ज़रूरत।
मल्टीमोडल इंटरैक्शन: टाइप करें, बोलें या फोटो भेजें
- वॉयस सर्च: माइक पर बोलकर सवाल पूछिए — आसान और हाथ-मुक्त तरीका
- इमेज सर्च: कोई फोटो लें या अपलोड करें, और पूछें: “ये क्या है?”
- टेक्स्ट सर्च: लंबे सवाल टाइप करें और पाएँ बारीक विश्लेषण
Google Lens और Gemini की ताकत मिलकर बनाती है सर्च को पूरी तरह इंटेलिजेंट।
विज़ुअल डेटा प्रजेंटेशन भी हुआ आसान
AI Mode अब इंटरएक्टिव ग्राफिक्स और चार्ट्स भी बना सकता है, खासकर:
- फाइनेंशियल डेटा
- मार्केट कंपैरिजन
- ट्रेंड एनालिसिस
अब सिर्फ जवाब नहीं, प्रेजेंटेशन भी बेहतर मिलेगा।
Follow-up सवालों का सपोर्ट: जैसे इंसान से बात कर रहे हों
आप पहला सवाल पूछने के बाद उस पर फॉलो-अप सवाल भी पूछ सकते हैं — “इसका मतलब क्या है?”, “और उदाहरण दो।”
AI Mode कॉन्टेक्स्ट बनाए रखता है, जिससे बातचीत जैसी सर्च प्रक्रिया बनती है।
क्वालिटी और ट्रांसपेरेंसी: ग़लत जानकारी से सुरक्षा
Google ने साफ किया है कि अगर AI को जवाब देने में पूरी तरह विश्वास नहीं होगा, तो वह AI जवाब की जगह वेब सर्च रिज़ल्ट दिखाएगा। इससे यूज़र को मिलेगा भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी।
Labs के ज़रिए एक्सेस: कैसे शुरू करें?
AI Mode फिलहाल Google Labs के ज़रिए उपलब्ध है। इसमें शामिल होकर आप:
- नया फीचर जल्दी ट्राय कर सकते हैं
- फीडबैक देकर इसे बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं
- सर्च के भविष्य को आज ही महसूस कर सकते हैं
क्या AI Mode है सर्च का भविष्य?
बिलकुल!
Google का AI Mode सिर्फ एक फीचर नहीं, यह सर्च टेक्नोलॉजी का अगला बड़ा अध्याय है। भारत में इसकी लॉन्चिंग यह दिखाती है कि Google यहां की डिजिटल पॉपुलेशन को कितनी अहमियत देता है।
अब सवाल सिर्फ “कौन?”, “क्या?”, “कब?” नहीं होगा — अब आप पूछ सकते हैं “क्यों?” और “कैसे?”… और पाएंगे एक बुद्धिमान, निजी और संवादात्मक जवाब।