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India-US Trade Deal: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ ‘बहुत बड़ा’ व्यापार समझौते का दिया संकेत

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़े भारत-अमेरिका व्यापार समझौते का संकेत दिया है। व्हाइट हाउस में आयोजित ‘Big Beautiful Event’ के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत के साथ एक “great deal” की योजना बनाई है, जो दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकती है।

ट्रंप ने कहा,

“हर कोई डील करना चाहता है और इसका हिस्सा बनना चाहता है। कुछ महीने पहले मीडिया पूछ रहा था, ‘क्या आपके पास किसी दिलचस्प देश से डील है?’ हमने कल ही चीन के साथ डील साइन की है और अब हमारे पास भारत के साथ एक बहुत बड़ी डील आने वाली है।”

भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: क्या है अब तक की बातचीत का सार?

भारत और अमेरिका के बीच इस संभावित व्यापार समझौते को लेकर हाल ही में चार दिन की बातचीत हुई, जिसमें दोनों देशों के अधिकारियों ने कई अहम मुद्दों पर विचार किया। चर्चाओं के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर ज़ोर दिया गया:

  • औद्योगिक और कृषि उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराना
  • टैरिफ कटौती और गैर-टैरिफ बाधाओं को हटाना
  • दोनों देशों के व्यापार को 2025 के $190 बिलियन से बढ़ाकर 2030 तक $500 बिलियन तक ले जाना

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य मंत्रालय से राजेश अग्रवाल ने किया, जबकि अमेरिकी पक्ष की अगुआई US Trade Representative के अधिकारियों ने की।

पियूष गोयल का बयान

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने कहा:

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने फरवरी 2025 में मुलाकात के दौरान व्यापार समझौते को लेकर सहमति जताई थी। दोनों देश मिलकर एक ऐसा समझौता करना चाहते हैं, जो संतुलित, निष्पक्ष और पारस्परिक रूप से लाभकारी हो।”

आर्थिक विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह व्यापार समझौता सफल होता है, तो दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच नई साझेदारी की शुरुआत होगी। इससे:

  • भारत को अमेरिकी बाज़ार में अधिक एक्सपोर्ट के अवसर मिलेंगे
  • अमेरिका को भारत के तेज़ी से बढ़ते उपभोक्ता आधार तक सीधी पहुंच मिलेगी
  • फार्मा, कृषि, टेक्नोलॉजी और रिटेल क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा

US-China व्यापार समझौता भी हुआ पूरा

अपने संबोधन में ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने चीन के साथ भी एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता मुख्य रूप से rare earth elements की सप्लाई पर केंद्रित है, जो अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए अहम माने जाते हैं।

निष्कर्ष

भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता सिर्फ दो देशों के संबंधों को ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है। यदि यह डील सफल होती है, तो यह भारतीय व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

FAQs

Q1. क्या भारत-अमेरिका व्यापार समझौता आधिकारिक रूप से हो गया है?
नहीं, फिलहाल दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है और अंतिम समझौता अभी पेंडिंग है।

Q2. इस डील से भारत को क्या लाभ होगा?
भारत को अमेरिका के बाजार में अधिक एक्सपोर्ट करने के अवसर और तकनीकी साझेदारियों से लाभ मिल सकता है।

Q3. क्या यह डील केवल व्यापार तक सीमित रहेगी?
संभावना है कि इस डील में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, कृषि, और निवेश जैसे पहलुओं को भी शामिल किया जाएगा।

Q4. इस डील की समयसीमा क्या है?
उम्मीद है कि इसे 2025 के अंत तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।