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धारावी रीडिवेलपमेंट: 10 लाख की आबादी से आधे बाहर होंगे, सिर्फ 3 लाख को मिलेगा घर – जानिए पूरा मास्टर प्लान

धारावी, एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती, अब एक मॉर्डन टाउनशिप में बदलने की राह पर है। मुंबई के इस 600 एकड़ क्षेत्र में रहने वाले करीब 10 लाख लोगों के लिए यह बदलाव बड़ा झटका साबित हो सकता है।
पुनर्विकास परियोजना के अनुसार, धारावी में अब सिर्फ 3 लाख लोग ही रह पाएंगे, जबकि बाकी को धारावी से बाहर कर दिया जाएगा।


क्या है धारावी रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट?

  • कुल क्षेत्रफल: 2.5 वर्ग किमी
  • लक्ष्य: झुग्गियों को हटाकर एक नियोजित टाउनशिप बनाना
  • मुख्य विकास: मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब, सेंट्रल पार्क, ग्रीन स्पाइन, म्यूजियम, वाटरफ्रंट
  • कुल लागत: ₹95,790 करोड़
  • विकासकर्ता: नवभारत मेगा डेवलपर्स प्रा. लि. (80% अडानी ग्रुप + 20% महाराष्ट्र सरकार)

किसे मिलेगा घर और किसे नहीं?

पात्रतापुनर्वास स्थिति
ग्राउंड फ्लोर पर 2000 से पहले बसेधारावी में 350 स्क्वॉयर फुट का घर
ग्राउंड फ्लोर पर 2000–2011 के बीच बसेधारावी के बाहर PM आवास योजना के तहत
2011 के बाद बसे या ऊपरी मंजिल पर रहने वालेकोई पुनर्वास नहीं मिलेगा

क्यों हो रहा है विरोध?

  • 50% से ज्यादा लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा
  • स्थानीय MLA और विपक्षी नेताओं ने कहा कि यह परियोजना धारावी के लोगों के लिए नहीं, बल्कि कॉरपोरेट्स के लिए है
  • धारावी की मूल पहचान, पारंपरिक कारोबार और आजीविका को खतरा

कितने घर बनेंगे?

  • लगभग 50,000 घरों का निर्माण किया जाएगा
  • इनमें से कुछ घर धारावीवासियों के लिए होंगे और कुछ खुली बिक्री (Open Sale) के लिए बनाए जाएंगे
  • लगभग 1 लाख नए निवासी बिक्री वाले अपार्टमेंट में आएंगे

नए कनेक्शन पॉइंट्स

धारावी को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), सायन और माहिम से जोड़ने के लिए 5 नए एंट्री/एग्ज़िट पॉइंट्स बनाए जाएंगे, जिससे परिवहन और आवागमन बेहतर होगा।

आबादी में कमी की रणनीति

रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट के बाद धारावी की आबादी 10 लाख से घटकर लगभग 4.9 लाख हो जाएगी।
इसमें शामिल हैं:

  • पुनर्विकास में शामिल लोग – 3 लाख
  • ओपन सेल निवासी – 1 लाख
  • जो योजना में शामिल नहीं – लगभग 65,000–70,000
  • प्रोजेक्ट के दौरान अनुमानित वृद्धि – 16,000

विकास या विस्थापन?

धारावी का यह प्रोजेक्ट आधुनिकता की ओर एक बड़ा कदम जरूर है, लेकिन इसमें आबादी का एक बड़ा हिस्सा बेघर हो सकता है
प्रश्न यह है कि – क्या यह विकास सबके लिए है या सिर्फ कुछ के लिए?