AI टेक्नोलॉजी में तेजी से हो रहे बदलावों के बीच, Perplexity ने अपने नए AI एजेंट ब्राउज़र ‘Comet’ को लॉन्च किया है। यह ब्राउज़र न सिर्फ AI-सक्षम है बल्कि यूज़र्स के लिए कई ऑटोमेशन फीचर्स भी लाता है। ऐसे समय में जब Google पर Chrome को अलग करने का एंटीट्रस्ट केस चल रहा है, Comet का आना काफी रणनीतिक माना जा रहा है।
Comet ब्राउज़र क्या है और कैसे काम करता है?
Comet एक AI-नेटीव वेब ब्राउज़र है, जो एक इनबिल्ट AI Assistant के साथ आता है। यह ब्राउज़र Chromium पर आधारित है — वही ओपन-सोर्स फ्रेमवर्क जिस पर Chrome, Edge और Brave जैसे ब्राउज़र भी बनाए गए हैं। लेकिन Comet में खास बात है Perplexity का खुद का ‘Answer Engine’, जो GPT-4o, Claude 4.0 Sonnet और Sonar जैसे LLMs से लैस है।
Comet की मुख्य क्षमताएं:
- आर्टिकल और यूट्यूब वीडियो का सारांश बनाना
- स्क्रीन पर किसी भी इमेज का वर्णन देना
- सभी खुले टैब्स का AI द्वारा जनरेटेड सारांश
- रीयल-टाइम रिसर्च और सुझाव देना
- Social Media पोस्ट लिखना और पब्लिश करना
- ईमेल भेजना या प्रमोशनल मेल्स से Unsubscribe कराना
Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास के मुताबिक:
“Comet सिर्फ एक चैटबॉट नहीं, बल्कि एक Silent Worker है जो बैकग्राउंड में लगातार काम करता है।”
Comet बनाम Google Chrome: क्या हैं बड़े अंतर?
फ़ीचर | Comet | Google Chrome |
---|---|---|
सर्च इंजन | Perplexity Answer Engine (AI जनरेटेड उत्तर) | Google Search (ब्लू लिंक्स की सूची) |
AI एजेंट | हाँ (टास्क ऑटोमेशन में सक्षम) | सीमित (Gemini एकीकरण जारी) |
कार्यक्षमता | ईमेल भेजना, टैब बंद करना, सोशल पोस्ट | मुख्यतः ब्राउज़िंग |
यूज़र इंटरफेस | कंटेक्स्ट आधारित सुझाव, टैब सारांश | पारंपरिक इंटरफ़ेस |
OS सपोर्ट | Windows, Mac (Early Access/Max Users) | Cross-platform (Open access) |
AI Integration | GPT-4o, Claude, Sonar | Gemini (केवल कुछ क्षेत्रों में) |
Comet की Agentic AI क्षमताएं: क्या Chrome में हैं ये फ़ीचर्स?
Comet ब्राउज़र में ऊपर दाईं ओर एक Assistant बटन होता है, जो एक चैट इंटरफेस खोलता है। यहां से आप कह सकते हैं:
- “Take control of my browser and…”
- मेरे सभी टैब्स बंद करो
- LinkedIn पर एक पोस्ट तैयार करके पब्लिश करो
- ईमेल लिखो और भेज दो
- शॉपिंग लिस्ट बना दो (हालांकि इसमें सफलता दर कम है)
“जटिल टास्क में अभी सीमाएं हैं, लेकिन समय के साथ AI मॉडल बेहतर होते जाएंगे,” – Perplexity प्रवक्ता
क्या Comet Google Chrome को रिप्लेस कर सकता है?
- Google को हर साल लगभग 5 ट्रिलियन सर्च क्वेरीज मिलती हैं
- वहीं Perplexity ने May 2025 में 780 मिलियन क्वेरीज दर्ज कीं
- Perplexity की ग्रोथ 20% MoM है, लेकिन इसके AI एजेंट्स ज़्यादा कंप्यूट इंटेंसिव होते हैं
- कंपनी स्मार्टफोन कंपनियों से बातचीत कर रही है ताकि Comet प्री-इंस्टॉल हो सके
निष्कर्ष: Comet vs Chrome – कौन आगे?
पहलू | Comet की स्थिति |
---|---|
Chrome को टक्कर | हाँ, विशेषकर AI टास्क ऑटोमेशन में |
सर्च मार्केट में चुनौती | सीमित लेकिन तेजी से बढ़ती लोकप्रियता |
कीमत | एडवांस फीचर्स सब्सक्रिप्शन आधारित |
भविष्य | एजेंटिक ब्राउज़िंग का अगला कदम |
तो क्या Comet Chrome को पूरी तरह रिप्लेस कर पाएगा? शायद नहीं अभी, लेकिन AI की दिशा में यह एक साहसी और शक्तिशाली कदम जरूर है।