9 जुलाई 2025 को भारत में एक बार फिर बड़े पैमाने पर हड़ताल देखने को मिल रही है। 10 से ज्यादा केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने मिलकर भारत बंद का आह्वान किया है, जिसमें 25 करोड़ से अधिक वर्कर्स के भाग लेने की बात कही गई है। इस राष्ट्रव्यापी बंद का सीधा असर बैंकिंग, परिवहन, डाक, कोयला और पब्लिक सेक्टर सेवाओं पर देखा जा रहा है।
बैंक खुलेंगे, लेकिन कामकाज रहेगा धीमा
हालांकि किसी भी राज्य सरकार या बैंकिंग अथॉरिटी ने बैंक हॉलिडे की घोषणा नहीं की है, लेकिन हड़ताल में बैंक कर्मचारियों के शामिल होने से:
- शाखाओं में स्टाफ की कमी हो सकती है।
- काउंटर सेवाएं और कैश लेनदेन प्रभावित हो सकते हैं।
- चेक क्लियरिंग और लोन प्रोसेसिंग जैसे कार्यों में देरी हो सकती है।
ATM, UPI और इंटरनेट बैंकिंग जैसी डिजिटल सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहेंगी।
किन-किन सेवाओं पर सबसे ज़्यादा असर?
भारत बंद का असर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में खासतौर पर देखा जा रहा है।
प्रभावित सेवाएं:
- पब्लिक सेक्टर बैंकिंग
- राज्य परिवहन
- डाक सेवा और कूरियर डिलीवरी
- कोयला खनन और ऊर्जा उत्पादन
- बीमा और दूरसंचार सेवाएं
क्यों बुलाया गया है भारत बंद?
ट्रेड यूनियन नेताओं का आरोप है कि सरकार की “कॉर्पोरेट-परस्त नीतियां”:
- मजदूरों के हितों के खिलाफ हैं
- निजीकरण को बढ़ावा देती हैं
- पब्लिक सेक्टर कंपनियों को कमजोर कर रही हैं
इन्हीं मुद्दों के विरोध में इस भारत बंद की योजना बनाई गई है।
आम लोगों के लिए जरूरी सुझाव
- आज किसी भी बैंक से जुड़ा फिजिकल काम टालना ही बेहतर होगा।
- डिजिटल बैंकिंग विकल्प (UPI, IMPS, NEFT) से काम लेना सुरक्षित रहेगा।
- अगर आप यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो राज्य परिवहन में देरी के लिए तैयार रहें।