भारत में शिक्षा को लेकर लोगों का रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। अभिभावक बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कड़ी मेहनत कर उन्हें बेहतर से बेहतर शिक्षा देना चाहते हैं। इसी शिक्षा प्रेम ने एक शहर को देश की “शैक्षणिक राजधानी” बना दिया है, जहां 5 प्रमुख विश्वविद्यालय और 200 से अधिक कॉलेज स्थित हैं। यहां की गलियां स्टूडेंट्स की चहल-पहल से हमेशा जीवंत रहती हैं।
📍 शहर का नाम – वाराणसी
भारत का यह अनोखा शहर कोई और नहीं बल्कि वाराणसी (काशी) है, जो न सिर्फ आध्यात्म और आस्था का केंद्र है, बल्कि अब शिक्षा के प्रमुख गढ़ के रूप में भी जाना जाने लगा है।
🎓 शिक्षा की नगरी – वाराणसी
वाराणसी में स्थित बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) देश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ में से एक है, जिसे NIRF रैंकिंग 2025 में शीर्ष 5 स्थान मिला है। BHU हर साल लाखों छात्रों को आकर्षित करता है, जो देशभर से यहां पढ़ाई के लिए आते हैं।
इसके अलावा यहां स्थित है:
- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) – उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी राज्य विश्वविद्यालयों में एक, जिससे 400+ कॉलेज एफिलिएटेड हैं।
- संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय – संस्कृत भाषा और वेदों का विश्वस्तरीय केंद्र।
- केंद्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान, सारनाथ – बौद्ध दर्शन और तिब्बती शिक्षा का प्रमुख केंद्र।
- अल-जामिया-तूस-लफिया विश्वविद्यालय – जो इस शहर की विविधता को दर्शाता है।
🧑🎓 200+ कॉलेज और छात्रों की भीड़
वाराणसी में 200 से भी अधिक कॉलेज हैं, जिनमें तकनीकी, विज्ञान, मानविकी, वाणिज्य, कानून और आयुर्वेद सहित हर क्षेत्र की पढ़ाई उपलब्ध है। यहां सालों भर छात्र देशभर से आकर एडमिशन लेते हैं, जिससे यह शहर हमेशा छात्रों की भीड़ से गुलजार रहता है।
PG, हॉस्टल, कोचिंग सेंटर और रेस्टोरेंट की भरमार है – जो यहां के एजुकेशन इकोसिस्टम को मजबूती देते हैं।
🌍 धर्म, संस्कृति और शिक्षा का अनोखा संगम
वाराणसी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। यहां गंगा घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, और सारनाथ जैसे स्थलों के चलते यह धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र भी है। यहां की संस्कृति, त्योहार और परंपराएं शिक्षा के माहौल में आध्यात्मिक रंग भरते हैं।