हर साल सिनेमा की दुनिया में दर्जनों फिल्में रिलीज होती हैं, लेकिन कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो वक़्त के साथ क्लासिक बन जाती हैं। ऐसी ही एक फिल्म थी जो 1985 में रिलीज हुई और रिलीज के साथ ही पूरे देश में तहलका मचा दिया। यह फिल्म थी – ‘एडवेंचर्स ऑफ टार्जन’।
इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों में ऐसा जुनून था कि कई जगहों पर लोग सिनेमाघरों की खिड़कियां तक तोड़ बैठे थे, ताकि टिकट मिल सके। उस दौर में ऐसी दीवानगी किसी क्रिकेट मैच या बड़े इवेंट में ही देखने को मिलती थी।
🎬 जंगल की दुनिया में टार्जन का देसी अवतार
‘एडवेंचर्स ऑफ टार्जन’ भारतीय सिनेमा की उन फिल्मों में से थी जिसने जंगल, थ्रिल और बोल्ड रोमांस को एक साथ पर्दे पर लाकर नया ट्रेंड शुरू किया। फिल्म का निर्देशन किया था बब्बर सुभाष ने, जो इससे पहले ‘डिस्को डांसर’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके थे।
फिल्म की कहानी में जंगल, साजिश, प्यार और एक्शन का ऐसा मिक्स था कि दर्शक थियेटर में बंधे रह जाते थे। फिल्म के डायनामिक विजुअल्स और उस समय के बोल्ड सीन्स ने इसे यंगस्टर्स के बीच जबरदस्त हिट बना दिया।
🌿 पहली बार पर्दे पर ‘टार्जन’
भारतीय सिनेमा में यह पहली बार था जब टार्जन जैसे किरदार को बड़े पर्दे पर उतारा गया। इस रोल को निभाया था हेमंत बिरजे ने, और ये उनकी डेब्यू फिल्म थी। फिल्म की सफलता के बाद उन्हें लोग ‘टार्जन मैन’ कहकर पुकारने लगे।
फिल्म में किमी काटकर ने फीमेल लीड का किरदार निभाया और उनका रोल ‘रूबी शेट्टी’ दर्शकों को खूब पसंद आया। दोनों के बीच की केमिस्ट्री, जंगल की पृष्ठभूमि और रोमांचक कहानी ने फिल्म को सुपरहिट बना दिया।
🦁 कहानी जो थी साजिश और रोमांच से भरपूर
फिल्म की कहानी एक शिकारी की साजिश पर केंद्रित है जो टार्जन को पकड़कर एक सर्कस मालिक को बेचना चाहता है। इसी बीच उसकी मुलाकात होती है रूबी से, और दोनों के बीच पनपता है प्यार। लेकिन शिकारी और सर्कस की दुनिया इस प्रेम को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
कहानी में ढेर सारा एक्शन, इमोशन, रोमांस और एडवेंचर था – जो दर्शकों को सीट से हिलने नहीं देता था।
💰 कम बजट, बड़ी कमाई
इस फिल्म की एक और खासियत थी इसका कम बजट। जहां फिल्म का बजट मात्र 20 लाख रुपये था, वहीं इसने बॉक्स ऑफिस पर 3 करोड़ से ज्यादा की रिकॉर्डतोड़ कमाई की। उस दौर में ये रकम ब्लॉकबस्टर की गारंटी मानी जाती थी।
📺 आज भी है लोगों के दिलों में ज़िंदा
भले ही ये फिल्म 40 साल पुरानी हो गई हो, लेकिन आज भी इसे लोग यूट्यूब और कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर देखना पसंद करते हैं। फिल्म ने भारतीय दर्शकों को जंगल रोमांच से जो जोड़ा था, वो अनुभव आज भी ताज़ा लगता है।
‘एडवेंचर्स ऑफ टार्जन’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि उस दौर की सांस्कृतिक याद है। यह फिल्म दर्शाती है कि कहानी, किरदार और जुनून हो तो कम बजट में भी कोई फिल्म इतिहास रच सकती है। अगर आपने ये फिल्म अब तक नहीं देखी है, तो आज ही देखिए और उस समय के रोमांच को फिर से जी लीजिए।