IPL 2025 के मुकाबले दिन-ब-दिन दिलचस्प होते जा रहे हैं, लेकिन RCB और पंजाब किंग्स के बीच हुआ हालिया मैच सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि ड्रामा, एग्रेसन और टशन से भी भरपूर रहा। इस मैच में विराट कोहली ने एक बार फिर दिखा दिया कि वो सिर्फ बल्लेबाजी से नहीं, अपने जोशीले अंदाज़ से भी मैदान पर छा सकते हैं।
🔥 मैदान पर कोहली का जलवा और जोश
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू (RCB) ने पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। विराट कोहली ने नाबाद 73 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए 158 रन का टारगेट 18.5 ओवर में हासिल कर लिया। लेकिन इस जीत से ज्यादा चर्चा में रही उनकी आक्रामकता और मैदान पर विरोधियों से भिड़ंत।
🎙️ “तेरे कोच को भी जानता हूं” – विराट कोहली का बरार को जवाब
मैच के दौरान जब कोहली बल्लेबाजी कर रहे थे, तो पंजाब के स्पिनर हरप्रीत बरार के साथ उनकी तीखी बहस हो गई। बातचीत पंजाबी में हुई और स्टंप माइक पर कैद हो गई। हरप्रीत के किसी कमेंट पर विराट ने गुस्से में जवाब दिया:
“20 साल हो गए हैं मुझे क्रिकेट खेलते, मैं तेरे कोच को भी जानता हूं!”
और आगे जोड़ा:
“मेरे हाथ थोड़े कमजोर क्या हुए, तुम तो स्टंप ही उखाड़ने चले आए।”
बरार ने तुरंत सफाई दी – “नहीं भैय्या, मैं तो नॉर्मल ही खेल रहा था।”
इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और फैंस इसे लेकर मज़ेदार रिएक्शन दे रहे हैं।
🤯 श्रेयस अय्यर से भी हुई बहस
मैच खत्म होने के बाद भी कोहली का एग्रेसन कम नहीं हुआ। जीत की खुशी में उन्होंने कुछ ऐसा जश्न मनाया जिससे पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर नाराज़ हो गए। कैमरे में कैद हुआ कि अय्यर कोहली के पास गए और दोनों के बीच कुछ तीखी बातें हुईं।
ऐसा प्रतीत हो रहा था कि विराट जानबूझकर अय्यर को उकसाने की कोशिश कर रहे थे, जो IPL जैसे हाई वोल्टेज टूर्नामेंट में आम बात है, लेकिन दर्शकों के लिए ये टक्कर बेहद रोमांचक रही।
🏏 विराट कोहली का फॉर्म में लौटना बड़ी राहत
RCB के लिए विराट कोहली का इस तरह फॉर्म में आना बहुत बड़ी राहत है। पिछले मुकाबले में पंजाब ने RCB को हराया था और ये मैच एक तरह से रिवेंज भी बन गया।
📱 सोशल मीडिया पर फैन्स के रिएक्शन
- “कोहली का पंजाबी मोड ऑन हो गया था भाई!”
- “Vibe है विराट भाई की… मैदान पे बवाल मचा देते हैं!”
- “That’s why we call him KING 👑 Kohli.
विराट कोहली सिर्फ रन बनाने में नहीं, मैच के माहौल को बदलने में भी मास्टर हैं। चाहे विरोधी टीम के खिलाड़ियों से मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना हो या अपनी टीम को मोटिवेट करना, किंग कोहली का जवाब नहीं।