दिल्ली ही नहीं अपितु पूरे भारत में प्रसिद्ध इंडियागेट बहुत ही प्रसिद्ध है, परन्तु क्या आप जानते हैं कि इंडिया गेट को किसने बनाया और इसके पीछे का क्या उद्देश्य था, आज इस आर्टिकल में हम किसी के बारे में बात करेंगे।
इंडिया गेट का निर्माण ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था, यह उन भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था जो प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) और तीसरे एंग्लो अफगान युद्ध (1919) के दौरान ब्रिटिश सेवा के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए थे।
India Gate का पूरा इतिहास
इंडिया गेट का निर्माण ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था इसका डिजाइन sir Edwin Lutyens द्वारा किया गया था। जो कि उस समय के एक प्रसिद्ध ब्रिटिश आर्किटेक्ट थे। इंडिया गेट का निर्माण 1931 में पूरा हुआ था। इंडिया गेट की ऊंचाई लगभग 42 मीटर यानी 138 फीट के करीब है। इसका निर्माण रेत पत्थर यानी सेंडस्टोन से हुआ है जो कि इसे मजबूत और टिकाऊ बनाता है।
इंडिया गेट के निर्माण की आधारशिला 1921 को ड्यूक आफ कनॉट द्वारा रखी गई थी, जो कि करीब 10 साल के बाद पूर्ण हुआ।
बाद में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद इसके नीचे अमर जवान ज्योति जोड़ी गई जो अज्ञात सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाई गई थी।
84 हजार से ज्यादा सैनिक हुए थे शहीद
प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंगलो अफगान युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेवा की ओर से लड़ते हुए भारत के करीब 84000 से अधिक सैनिकों की मृत्यु हो गई थी उनमें से लगभग 13300 नाम इंडिया गेट पर लिखे हुए हैं। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड के दिन भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यहां शहीदों को श्रद्धांजलि देने आते हैं।
2022 में नेशनल वॉर मेमोरियल (इंडिया गेट के पास ही) के बनने के बाद अमर जवान ज्योति की लव को वहां स्थानांतरित कर दिया गया अब दोनों स्मारक मिलकर भारतीय वीर सैनिकों की शहादत की गवाही देते हैं।