World Smile day 2023 : क्या है स्माइली का इतिहास, किसने की थी खोज?
आजकल रोजाना चैटिंग में हम पता नही कितनी बार इमोजी का इस्तेमाल करते हैं, क्या आपने कभी इसके बारे में सोचा है कि किसने विश्व का पहला इमोजी बनाया था, जिसे हम आज अपने भावनाओ को जाहिर करने के लिए उपयोग करते हैं चाहे वो दुख हो या खुशी। ज्यादातर लोगो को इस बारे में नहीं पता होगा, अगर आप भी उनमें से एक है तो आप को बता दें कि इस आर्टिकल के पढ़ने के बाद आपको जवाब मालूम हो जाएगा।
क्या है इतिहास?
World Smile day 2023 : आपको बता दें कि सन 1999 में होर्वे बाल ने वर्ल्ड स्माइल कॉरपोरेशन का गठन किया था, यह कॉरपोरेशन एक नॉन गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन यानी एनजीओ है, जो कि जरूरतमंद बच्चों की मदद करती है।
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किसने की थी खोज?
सबसे पहले अमेरिका में “harve ross ball” ने स्माइल इमोजी को बनाया था, लेकिन उन्हें उस वक्त तक ये भी अंदाजा नही था की यह आगे जाकर आदमी की जरूरत बन जायेगा, जिससे लोग अपने भावनाओ को दूसरे के सामने प्रकट करेंगे।
ऐसे बनी थी स्माइली इमोजी
World Smile day 2023 : बताया जाता है कि साल 1963 में एक कंपनी ने हार्वे को कुछ ऐसा स्केच करने को कहा था जिसे बटन पर लगाया जा सके। तब हार्वे ने पीले रंग के उपर हंसता हुआ चेहरा बनाया था जिसे हम आज स्माइली के रूप में जानते हैं।
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