उत्तर प्रदेश के कौशांबी निवासी मंगल सरोज ने ड्रीम11 पर खेलते हुए आईपीएल 2025 में 4 करोड़ रुपये जीत लिए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके वीडियो में वे बताते हैं कि कैसे उन्होंने खिलाड़ियों के फॉर्म, पिच रिपोर्ट और मौसम की जानकारी के आधार पर विनिंग टीम बनाई।
लेकिन जितनी बड़ी यह जीत है, उतनी ही बड़ी है उस पर लगने वाली इनकम टैक्स की ज़िम्मेदारी।
💸 कितना देना होगा टैक्स?
भारत सरकार के आयकर अधिनियम की धारा 194BA के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग से होने वाली नेट विनिंग्स पर 30% TDS (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स) लगाया जाता है।
👉 4 करोड़ रुपये की जीत पर मंगल सरोज को करीब 1.2 करोड़ रुपये टैक्स देना होगा।
📊 नेट विनिंग्स की गणना कैसे होती है?
सरकार के नए नियमों के अनुसार:
नेट विनिंग्स = कुल निकासी – कुल जमा – प्रारंभिक बैलेंस + अंतिम बैलेंस
🧮 उदाहरण:
अगर मंगल सरोज ने पूरे साल में 1 करोड़ रुपये डाले और 4 करोड़ निकाले,
तो नेट विनिंग्स = ₹4 करोड़ – ₹1 करोड़ = ₹3 करोड़
इस पर TDS = ₹3 करोड़ × 30% = ₹90 लाख
🔁 क्या टैक्स की वापसी संभव है?
हां, पर शर्तों के साथ।
अगर खिलाड़ी की कुल वार्षिक आय ₹2.5 लाख (या लागू स्लैब) से कम है, तो वह ITR (Income Tax Return) दाखिल कर TDS रिफंड का दावा कर सकता है।
💡 लेकिन ध्यान रहे — यह रिफंड ड्रीम11 नहीं, बल्कि आयकर विभाग देगा।
🎯 मंगल सरोज की जीत की रणनीति
मंगल ने बताया कि उन्होंने:
- हालिया परफॉर्मेंस पर ध्यान दिया
- पिच रिपोर्ट और मौसम का विश्लेषण किया
- कप्तान और उप-कप्तान के चयन में समझदारी दिखाई
- सभी खिलाड़ियों की भूमिका को बारीकी से समझा
और यही सूझबूझ उन्हें करोड़पति बना गई।
⚠️ टैक्स नहीं दिया तो?
अगर मंगल सरोज समय पर TDS नहीं देते या ITR फाइल नहीं करते, तो आयकर विभाग उन्हें नोटिस भेज सकता है, जुर्माना भी लग सकता है।
🎯 सलाह: बड़ी रकम जीतने वालों को हमेशा अपने टैक्स सलाहकार से सलाह लेकर रिटर्न भरना चाहिए।
ऑनलाइन गेमिंग से बड़ी जीत मिलना जितना रोमांचक है, उतना ही जरूरी है उस जीत को कानूनी रूप से डिक्लेयर करना।
मंगल सरोज जैसे विजेताओं को अपनी जीत का जश्न मनाने के साथ-साथ टैक्स की जिम्मेदारी भी निभानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई कानूनी परेशानी न हो।