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Kargil Diwas : हड्डियां तक गल जाए, ऐसी ठंड में लड़े थे भारतीय जवान, कारगिल की गाथा

Kargil Diwas : हड्डियां तक गल जाए, ऐसी ठंड में लड़े थे भारतीय जवान, कारगिल की गाथाआज ही के दिन यानी 26 जुलाई 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ था जिसको आज 25 साल पूरे हो गए हैं, ऑपरेशन विजय को भी आज 25 साल पूरे हो गए हैं। हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

25 years of Kargil war : ये कहानी है उन सूरमाओं के जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए भी करके की ठंड में भारत का सर झुकने नहीं दिया, और हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी, आज उनके बलिदान के 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन उनके बलिदान को यह देश कभी नहीं भूल सकता। 26 जुलाई 1999 भारत के इतिहास का एक ऐसा दिन था, जो भारत के हर नागरिक के लिए गौरवशाली दिन के रूप में जाना जाता है।

आज ही के दिन 1999 में भारत ने जम्मू कश्मीर स्थित कारगिल के उन इलाकों पर दोबारा फतह हासिल की थी जिन पर पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों द्वारा घुसपैठ कर कब्जा कर लिया गया था, इस ऑपरेशन को ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है।

Kargil Vijay diwas 2024 : कारगिल की विजय का इतिहास

कारगिल युद्ध की शुरुआत 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध से हुई थी, इस युद्ध के बाद पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश के रूप में उभरा जिसे आज हम बांग्लादेश के नाम से जानते हैं। दोनों देशों के बीच की लड़ाई यहीं पर ही खत्म नहीं हुई इसके बाद भी सियाचिन ग्लेशियर पर अपना हक जताने के लिए पाकिस्तान बार-बार घुसपैठ करता रहा और भारत-पाकिस्तान के बीच में तनाव लगातार जारी रहा। सन 1999 में फरवरी महीने में इस दुश्मनी को शांतिपूर्वक विराम देने के लिए Lahore Declaration नाम का समझौता हुआ, जिस पर दोनों ही देश की सहमति से दोनों ही देश ने दस्तखत किए।

फिर भी समझौते की अवमानना करते हुए पाकिस्तान सैनिकों और आतंकवादियों ने 1999 में ही घुसपैठ करते हुए भारत की लाइन ऑफ कंट्रोल लॉक पर कब्जा कर लिया भारतीय सैनिकों को इस घुसपैठ के बारे में may 1999 में पता चला इसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय लॉन्च किया, आपको बता दे कि यह ऑपरेशन may 1999 से जुलाई 1999 तक चला, इस युद्ध में 490 सैन्य अधिकारी और कई जवान शहीद हुए 3 महीने की लंबी लड़ाई और तमाम जवानों को खोने के बाद 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेवा ने पाकिस्तान सुना और आतंकवादियों को भारत का झंडा कारगिल की चोटी पर फहराया।

क्यों मनाते है कारगिल विजय दिवस?

कारगिल विजय दिवस को कारगिल युद्ध में शहीद हुए सेना के तमाम जवानों के बलिदान के याद के रूप में मनाया जाता है, उन्हें सम्मान देते हुए हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।

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