भारत में पिछले 3 दिनों में सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई देशव्यापी कार्रवाई का हिस्सा हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों में यूट्यूबर, छात्र, सुरक्षा गार्ड, ऐप डेवलपर और आम नागरिक शामिल हैं। इनमें से कई आरोपी सोशल मीडिया, पैसों के लालच और फर्जी वादों के ज़रिए जासूसी नेटवर्क में शामिल किए गए।
मुख्य आरोपी: ज्योति मल्होत्रा
हरियाणा की एक ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि वह लगातार पाकिस्तान से संपर्क में थी।
ग़ज़ाला और यामीन मोहम्मद (मालेरकोटला, पंजाब)
32 वर्षीय विधवा ग़ज़ाला और यामीन मोहम्मद को भी गिरफ्तार किया गया। ये दोनों पाकिस्तानी हाई कमीशन के पूर्व कर्मचारी दानिश के साथ वित्तीय और वीज़ा से संबंधित गतिविधियों में शामिल थे। दानिश के माध्यम से इनके मोबाइल नंबरों पर पैसे ट्रांसफर किए जाते थे। इनका काम जासूसी नेटवर्क को पैसा पहुंचाना था।
मोहम्मद मुर्तज़ा अली (जालंधर, पंजाब)
मोबाइल ऐप डेवलपर मुर्तज़ा अली को आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसके पास से चार मोबाइल और तीन सिम कार्ड जब्त किए गए। वह खुद का बनाया हुआ ऐप इस्तेमाल कर रहा था।
शहज़ाद (रामपुर, यूपी)
शहज़ाद, जो कि रामपुर जिले का निवासी है, को यूपी ATS ने मुरादाबाद से गिरफ्तार किया। उसने कई बार पाकिस्तान की यात्रा की और कॉस्मेटिक, मसाले, कपड़े आदि की तस्करी की आड़ में जासूसी का नेटवर्क चलाया। वह ISI एजेंट्स को भारत की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराता था।
सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह (गुरदासपुर, पंजाब)
पंजाब पुलिस ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान दो लोगों को पकड़ा, जिनमें सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह शामिल हैं।
- इन्होंने पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की मूवमेंट और रणनीतिक स्थानों की जानकारी ISI को दी।
- इनके बैंक खातों में 1 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
- दोनों के खिलाफ Official Secrets Act के तहत मामला दर्ज हुआ है।
जासूसी का बदला हुआ चेहरा
इन गिरफ्तारियों से यह बात स्पष्ट होती है कि अब जासूसी का तरीका भी बदल गया है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, यूट्यूबर्स और युवा वर्ग को निशाना बनाकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI जानकारी जुटा रही है।
तीन राज्यों में हुए इन गिरफ्तारियों ने भारत की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। एजेंसियां अलर्ट पर हैं और देशभर में ISI नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश जारी है।